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When does stomach ache become an alarm bell? | पेट दर्द कब बनता खतरे की घंटी: लिवर इंफेक्शन, आंतों की टीबी, किडनी-गॉलब्लैडर में पथरी हो सकती है वजह, इनके लक्षणों को पहचानें

6 दिन पहले

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सर्दियों में कई लोग अक्सर पेट दर्द की शिकायत करते हैं। इसकी वजह है गलत खानपान और लाइफस्टाइल। लेकिन पेट दर्द को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है, क्योंकि इसकी वजह हमेशा मामूली नहीं होती। किन वजहों से होता है पेट दर्द बता रहे हैं रांची स्थित ‘मेडिसिन 4 यू’ में इंटरनल मेडिसिन डॉ. रविकांत चतुर्वेदी।

सर्दियों में पेट दर्द की वजहें

सर्दियों में खानपान की गलत आदतों और लापरवाही के कारण पेट दर्द की तकलीफ बढ़ जाती है। इसके लिए डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।

समोसे-पकौड़े

सर्दियों में ठंड का लुत्फ उठाते हुए चाय के साथ पकौड़े या समोसे खाने वालों की कमी नहीं है। खोमचे वाले उसी तेल में बार पकौड़े-समोसे तलते हैं जो हार्ट के लिए बहुत नुकसानदेह होता है। साथ ही इससे पेट दर्द की तकलीफ भी हो सकती है। तली हुई चीजें खाने के बाद पानी पीने से वो चीजें पचती नहीं, जिससे पेट दर्द, उल्टी, डकार, हाइपर एसिडिटी की समस्या हो सकती है।

बार बार इस्तेमाल किए हुए तेल और मिलावटी चीजें खाने से कई बार एक्यूट इन्फेक्शन हो जाता है। इससे उल्टी और दस्त की तकलीफ हो सकती है। गैस इतनी बढ़ जाती है कि पेट में भयानक दर्द होने लगता है। ऐसे में व्यक्ति को हॉस्पिटल तक ले जाया जा सकता है।

चाय-कॉफी

सर्दियों में कई लोग बार बार चाय कॉफी पीते हैं। सुबह भूखे पेट भी कप भरकर चाय या कॉफी पी लेते हैं। इससे एक तो भूख मर जाती है और एक्यूट एसिडिटी होने लगती है, जिससे पेट दर्द, गैस, सिरदर्द होता है। सर्दियों में छाती में दर्द होने पर लोग इसे हार्ट प्रॉब्लम समझते हैं, लेकिन ऐसा एसिडिटी के कारण होता है।

गर्म पानी

ज्यादातर लोगों को जब सर्दियों में हार्ट, बीपी स्ट्रोक से बचने के लिए गुनगुना पानी पीने की सलाह दी जाती है, तो वे गुनगुने के बजाय तेज गर्म पानी पीते हैं जिससे पेट दर्द हो सकता है। लंबे समय तक तेज गर्म पानी पीने से पेशाब में जलन हो सकती।

काढ़ा ज्यादा पीना

सर्दियों में जरूरत से ज्यादा काढ़ा पीने से भी पेट दर्द हो सकता है। काढ़े में मिलाई जाने वाली सभी चीजें, जैसे अदरक, काली मिर्च, दालचीन, तेज पत्ता, तुलसी के पत्ते डाले जाते हैं। ये चीजें पेट में गर्मी बढ़ा देते हैं, जिससे पेट दर्द भी हो सकता है। काढा दिनभर में 1-2 कप से ज्यादा पीने से ये शरीर में गर्मी बढ़ा देता है। इससे पेट दर्द, पेट में जलन, दस्त और उल्टी की तकलीफ हो सकती है।

दर्द के लक्षण पहचानें

पेट में दर्द किस भाग में हो रहा है और किस वजह से हो रहा है इसका पता लगाना जरूरी है। पेट में गढ़ कर दर्द हो रहा है, मरोड़ उठ रहा है, डायफ्राम के पास या पेट के पिछले में दर्द हो रहा है। इससे डॉक्टर बीमारी का पता लगा देते हैं।

छाती और पेट को दो हिस्सों में बांटने वाले डायफ्राम के पास अगर अकड़न या दर्द महसूस हो तो लोग इसे गैस समझते हैं। लेकिन कई बार इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं। गॉलब्लैडर-किडनी में स्टोन या इंफेक्शन, लिवर में इंफेक्शन, पेट में इंफेक्शन, आंतों की टीबी, ऐसे कई कारण हैं जिनसे पेट में दर्द हो सकता है।

पेट दर्द कब खतरे की घंटी

पेट दर्द अगर 2-3 दिन से ज्यादा रहे तो बिना देर किए डॉक्टर के पास जाएं और अपनी जांच कराएं। आजकल ऐसे कई केसेस पाए जा रहे हैं जिनमें पेटदर्द की जांच के बाद आंतों का कैंसर, लिवर का कैंसर, आंतों की टीबी भी हो सकती है।

बच्चों में पेट दर्द के कारण

नवजात शिशु या बहुत छोटे बच्चे ये भी नहीं बता पाते कि उन्हें पेट दर्द हो रहा है। ऐसे में उनके रोने की वजह को समझना जरूरी है। कई बच्चे दूध पचा नहीं पाते, उन्हें गैस हो जाती है, जिसके कारण उनके पेट में दर्द होने लगता है।

गलत खानपान और जंक फूड खाने से भी बच्चों के पेट में दर्द होने लगता है।

बच्चों को छोटी उम्र से फल और हरी सब्जियां खिलाना शुरू कर दें। इससे उन्हें आदत हो जाएगी और बड़े होकर भी बच्चे अपनी फूड हैबिट अच्छी रखेंगे।

जंक फूड की लत के कारण बच्चों में मोटापा तेजी से बढ़ रहा है। बच्चों को मोटापे से बचाने के लिए उन्हें आउटडोर गेम खेलने को कहें ताकि उनकी फिजिकल एक्टिविटी बढ़े।

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